खरगोन (अपडेट इंडिया न्यूज)। खरगोन में करीब सात साल बाद हुए नगर पालिका चुनाव में कई दिलचस्प बातें भी निकलकर सामने आई। इस चुनाव में जहां भाजपा को दो सीटों का नुकसान उठाना पड़ा वहीं कांग्रेस की स्थिति खराब नजर आई। वर्ष 2014 में हुए नगर पालिका चुनाव में भाजपा को 20 सीटें मिली थी। वहीं कांग्रेस को 12 सीटें मिली थी। इस बार चुनाव में कांग्रेस को मात्र 4 सीटें ही मिल पाई। 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पथराव, उपद्रव के बाद लगे कर्फ्यू का भी नगर पालिका चुनाव में असर देखा गया। खास बात यह रही कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआई एमआईएम ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार पहली बार उतारे। परिणाम यह रहा कि पार्टी के 3 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। वार्ड क्रमांक 2 में एआईएमआईएम की अरुणा श्यामलाल उपाध्याय की जीत चर्चा में बनी रही।
बागी और निर्दलीयों ने दिखाया दमखम

इस चुनाव में बड़ी संख्या में निर्दलीय भी चुनकर आए हैं। इनमें से कई प्रत्याशी पार्टियों की ओर से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। परंतु टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया। कई वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे हैं। इन सबके बीच नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर चर्चा का दौर जारी है। नगर पालिका अध्यक्ष के लिए महिला सीट आरक्षित है। ऐसे में देखना यह होगा कि किस प्रत्याशी को अध्यक्ष का ताज हासिल होगा।